तिग्मांशु धूलिया (Tigmanshu Dhooliya)
(माताः श्रीमती सुमित्रा धूलिया, पिताः स्व. केशव चन्द्र धूलिया )
जन्मतिथि : 3 जुलाई 1967
जन्म स्थान : इलाहाबाद
पैतृक गाँव : मदनपुर, लैन्सडौन जिला : पौड़ी
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्री
शिक्षा : स्नातक, इलाहाबाद विश्वविद्यालय।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) दिल्ली से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा।
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः जब फिल्म नगरी बम्बई में आना हुआ। मरेंगे तो हल्दीघाटी में, क्योंकि यहाँ क्षमता का, योग्यता का और धैर्य का हर रोज इम्तहान होता है।
प्रमुख उपलब्धियाँ : ‘बैंडिट क्वीन’ फिल्म के लिए संवाद लिखे, सह-निर्देशक भी रहे। ‘दिल से’ मणिरत्नम की फिल्म में भी संवाद लिखे। ए.बी.सी.एल. की फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ के लिए कार्य किया। अनेक टेलीफिल्मों की कहानियाँ लिखी। निर्देशन किया। विदेशी फिल्मों का सह निर्देशन किया। ‘इतना सा ख्वाब है’ फिल्म लिखी। ‘हासिल’ का निर्देशन किया। अगली फिल्म ‘चरस’ का निर्देशन कर रहा हूँ।
युवाओं के नाम संदेशः उत्तराखण्ड के युवा प्रतिभावान हैं। किसी बाहरी लालच, राजनीतिज्ञों की चाल में न फसें, क्योंकि आपके पास संघर्ष के सिवा कोई विकल्प नहीं है। प्रतिस्पर्धा में सफल होना सीखें क्योंकि आप कर सकते हैं, आसान नहीं तो असम्भव भी कुछ नहीं है।
विशेषज्ञता : रंगकर्म, फिल्म निर्देशन, पटकथा लेखन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
धूलिया जी के बारे में जानकर अच्छा लगा। आशा है आगे भी इसी प्रकार की जानकारी देते रहेंगे।
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’हिन्दी में पटकथा लेखन’